जनवरी मॉर्च में सोय्या पाम आयल इम्पोर्ट में 6 लाख टन की कमी के बाद अप्रैल से जून की तिमाही में इम्पोर्ट बढ़ने के आसार है।
पाम आयल का सोय्या तेल से प्रीमियम ख़तम होने लगा है, मलेशिया में सप्लाई भी बढ़ रही है, इस कारण भारत मे पाम आयल इम्पोर्ट में बड़ी रिकवरी बनेगी।
साउथ अमेरिका में सोय्या तेल की सप्लाई बढ़ेगी, इस कारण सोय्या तेल नीचे आएगा। इस कारण भारत का दूसरी तिमाही में इम्पोर्ट भी तेज रफ्तार से बढ़ेगा।
*श्री संदीप बाजोरिया ने कहा है कि उत्पादन में रिकवरी से अप्रिल से जून की तिमाही में सीपीओ सोय्या तेल से सस्ता ट्रेड करेगा
भारत मे डिमांड की रिकवरी के लिए सीपीओ को 50 डॉलर और करेक्ट होना होगा ।
भारत अप्रैल से जून के लिए सोय्या तेल में कवर है।
सन आयल सबसे सस्ता बना हुआ है, इस कारण अप्रैल जून में सन आयल इम्पोर्ट बढ़ेगा।
*श्री सुधाकर देसाई ने कहा है कि अप्रिल जून में पाम आयल इम्पोर्ट में बड़ी रिकवरी सोय्या पाम आयल के स्प्रेड पर निर्भर है। अगर सोय्या पाम एक भाव रहे तो इम्पोर्ट 17 लाख टन तक सीमित रहेगा, पाम सस्ता हुआ तो इम्पोर्ट 2 लाख टन बढ़ जाएगा।
सन आयल में तेज़ी की जगह है। इसका फायदा सोय्या तेल को भी मिलेगा। इस तिमाही में सोय्या तेल की सप्लाई तो बढ़ेगी मगर एक्सपोर्ट के लिए सरपल्स बहुत नहीं बढ़ेगा।
*श्री नीरव देसाई ने कहा है कि 15 मई से पोर्टस पर सोय्या पाम की टाइट सप्लाई ख़तम हो जाएगी, पोर्टस पर ज्यादा वेसल्स रिपोर्ट करेंगे।
पोर्ट पर अब सोय्या तेल की सप्लाई बहुत ज्यादा अलार्मिंग नहीं है।
इन तीन महीनों में सरसों क्रश बढ़ेगा तो सॉफ्ट ऑयल्स की सप्लाई भी बढ़ेगी।
पाम सोय्या तेल का स्प्रेड जल्द करके 100 डॉलर होने के संकेत नहीं है।