स्टॉकिस्टों की सक्रियता से आयातित उड़द एवं अरहर के साथ मसूर तेज, चने में गिरावट जारी
नई दिल्ली। दाल मिलों की खरीद बनी रहने से घरेलू बाजार में शुक्रवार को आयातित उड़द के साथ ही अरहर एवं मसूर की कीमतों में तेजी दर्ज की गई, जबकि इस दौरान चना की कीमतों में मंदा आया। मूंग के दाम लगभग स्थिर बने रहे।
त्यौहार के साथ ही मार्च क्लोजिंग के कारण दलहन में व्यापार सीमित मात्रा में ही हो रहा है।
चेन्नई में बर्मा की उड़द एफएक्यू के भाव में हल्का सुधार आया, लेकि एसक्यू के भाव स्थिर बने रहे। इस दौरान लेमन अरहर की कीमतें दूसरे दिन भी स्थिर रही। उड़द एफएक्यू के भाव अप्रैल शिपमेंट के 5 डॉलर तेज होकर दाम 1,030 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ हो गए, जबकि इस दौरान एसक्यू उड़द के भाव 1,115 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ पर स्थिर हो गए। चेन्नई में लेमन अरहर के दाम 1,240 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ पर स्थिर बने रहे।
चेन्नई में उड़द एफएक्यू की कीमतों में डॉलर में सुधार आया, जबकि एसक्यू के दाम स्थिर बने रहे। ऐसे में घरेलू बाजार में आयातित उड़द के दाम तेज हुए। हालांकि व्यापारी बड़ी तेजी के पक्ष में नहीं है, क्योंकि बढ़ी हुई कीमतों में उड़द दाल में खुदरा एवं थोक मांग सामान्य की तुलना में कमजोर है, जबकि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में नई उड़द की आवक पहले की तुलना में बढ़ी है। आगामी दिनों में बर्मा में नई फसल की आवकों में बढ़ोतरी होगी, जिस कारण इसका आयात बढ़ने की उम्मीद है। वैसे भी सरकार की सख्ती को देखते हुए दाल मिलें उड़द की खरीद जरुरत के हिसाब से ही कर रही हैं, तथा मार्च क्लोजिंग एवं त्योहार के कारण भी घरेलू बाजार में व्यापार सीमित ही हो रहा है। इसलिए इसकी कीमतों में हल्का सुधार तो आ सकता है।
घरेलू बाजार में आयातित अरहर की कीमतें तेज हुई, लेकिन देसी के दाम घट गए। लेमन के दाम डॉलर में दूसरे दिन भी स्थिर बने रहे। जानकारों के अनुसार थोक के साथ ही खुदरा में अरहर दाल में ग्राहकी बढ़ नहीं पा रही है। केंद्र सरकार लगातार दलहन की कीमतों की लगातार समीक्षा कर रही है जबकि घरेलू मंडियों में देसी अरहर की आवक अभी बनी रहेगी। आगामी दिनों में म्यांमार के साथ ही अफ्रीकी देशों से अरहर का आयात बढ़ेगा। ऐसे में इसके भाव में अभी बड़ी तेजी मानकर व्यापार नहीं करना चाहिए। हालांकि प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में अरहर के उत्पादन अनुमान में कमी आने की आशंका है।
ग्राहकी कमजोर बनी रहने दिल्ली में चना के भाव में चौथे दिन भी गिरावट दर्ज की गई। व्यापारियों के अनुसार उत्पादक राज्यों में मौसम साफ है, इसलिए नए चना की आवकों में होली की छुट्टियों के बाद बढ़ोतरी होगी। उत्पादक मंडियों में चना के दाम समर्थन मूल्य से ऊपर है, जिस कारण मौजूदा कीमतों में दाल मिलें जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रही है। हालांकि चालू सीजन में चना का उत्पादन अनुमान कम है, लेकिन एक बार आवकों का दबाव बनने पर कीमतों में मंदा आयेगा। खपत का सीजन होने के कारण चना दाल एवं बेसन की मांग अभी बनी रहेगी।
मुंबई में कनाडा की पीली मटर के दाम 4,150 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान हजिरा बंदरगाह पर रसिया की पीली मटर के दाम 4,025 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। मुंद्रा बंदरगाह पर रसिया की पीली मटर के भाव 4,025 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।
कनाडा की मटर के भाव अप्रैल एवं मई डिलीवरी के मुंद्रा बंदरगाह पर 510 डॉलर प्रति टन है, जबकि घरेलू बाजार में दाम कमजोर है, इसलिए आयातकों को मौजूदा भाव में नुकसान हो रहा है।
दिल्ली में देसी के साथ ही बंदरगाह पर आयातित मसूर की कीमतों में तेजी आई है। हालांकि उत्पादक राज्यों में मौसम अनुकूल रहा तो नई मसूर की आवक अगले सप्ताह से बढ़ जायेगी। मध्य प्रदेश के साथ ही उत्तर प्रदेश की मंडियों में अप्रैल के पहले सप्ताह में नई फसल की आवकों का दबाव बनेगा। वैसे भी चालू रबी में मसूर की बुआई पिछले साल की तुलना में बढ़ी है, जिस कारण उत्पादन अनुमान भी ज्यादा है। इसलिए इसके भाव में बड़ी तेजी के आसार नहीं है। हालांकि आयातकों के पास उंचे भाव का स्टॉक है, तथा उत्पादक मंडियों में पुरानी देसी मसूर की स्टॉक सीमित मात्रा में ही बचा हुआ है।
मूंग के भाव उत्पादक राज्यों में स्थिर हो गए। व्यापारियों के अनुसार खपत का सीजन होने के कारण मूंग दाल में मांग अभी बनी रहेगी, वैसे भी रबी सीजन में इसकी बुआई पिछले साल की तुलना में कम हुई थी, जिस कारण उत्पादन अनुमान कम है। हालांकि उत्पादक राज्यों में आगामी दिनों में नई मूंग की दैनिक आवक बढ़ेगी, तथा अगले सप्ताह से इसकी आवकों में बढ़ोतरी की उम्मीद है। इसलिए मौजूदा कीमतों में सीमित तेजी, मंदी बनी रह सकती है। समर सीजन में मूंग की बुआई पिछले साल की तुलना में बढ़ी है।
चेन्नई में एसक्यू उड़द फसल सीजन 2023/24 के दाम 25 रुपये नरम होकर 9,400 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान एफएक्यू के दाम 100 रुपये बढ़कर 8,900 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
दिल्ली में एसक्यू उड़द फसल सीजन 2023/24 के दाम 9,825 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान एफएक्यू के दाम 9,125 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
मुंबई में उड़द एफएक्यू के दाम 50 रुपये तेज होकर भाव 8,850 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
इंदौर मंडी में बोल्ड उड़द के भाव 8,100 से 8,800 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।
चेन्नई में लेमन अरहर के दाम फसल सीजन 2024 के 50 रुपये तेज होकर दाम 10,050 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
देसी अरहर की कीमतें सोलापुर, अकोला, कुरनूल और रायपुर में कमजोर हुई।
मुंबई में लेमन अरहर के दाम शाम के सत्र में 150 रुपये बढ़कर 10,150 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
दिल्ली में लेमन अरहर के दाम शाम के सत्र में 10,400 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।
मुंबई में अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर की कीमतें स्थिर बनी रही। सूडान से आयातित अरहर के दाम 10,100 से 10,200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गई। इस दौरान गजरी अरहर के भाव 9,250 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। मतवारा अरहर के भाव 9,150 से 9,250 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। सफेद अरहर की कीमतें 9,400 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गई।
दिल्ली में देसी मसूर के दाम 25 रुपये तेज होकर दाम 6,300 से 6,325 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
कनाडा की मसूर की कीमतें कंटेनर में 6,150 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें कंटेनर में 6,050 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गई। मुंद्रा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के दाम 50 रुपये तेज होकर 5,950 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान हजीरा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के भाव 50 रुपये बढ़कर 5,975 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
दिल्ली में राजस्थान लाइन के चना के दाम 25 रुपये कमजोर होकर 5,850 से 5,875 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान मध्य प्रदेश लाइन में चना के भाव 25 रुपये घटकर 5,800 से 5,825 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। राजस्थान लाइन के नए चना के दाम 25 रुपये कमजोर होकर 5,750 से 5,775 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान मध्य प्रदेश लाइन के नए चना के भाव 25 रुपये घटकर 5,725 से 5,750 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
दिल्ली में राजस्थान लाईन की मूंग के दाम 9,100 से 9,200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। जयपुर मंडी में मूंग के बिल्टी भाव 8,100 से 8,850 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इंदौर में मीडियम मूंग के दाम 7,500 से 8,000 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।